Hope Poetry of Abdullah Javed
नाम | अब्दुल्लाह जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdullah Javed |
याद यूँ होश गँवा बैठी है
कोई रिश्ता न हो फिर भी रिश्ते बहुत
जो गुज़रता है गुज़र जाए जी
इक सैल-ए-बे-पनाह की सूरत रवाँ है वक़्त
दुनिया ने जब डराया तो डरने में लग गया