Friendship Poetry of Abdullah Javed
नाम | अब्दुल्लाह जावेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Abdullah Javed |
रूह को क़ालिब के अंदर जानना मुश्किल हुआ
मैं तेरी ही आवाज़ हूँ और गूँज रहा हूँ
हम क्या कहें कि आबला-पाई से क्या मिला
हर लम्हा मर्ग-ओ-ज़ीस्त में पैकार देखना
इक सैल-ए-बे-पनाह की सूरत रवाँ है वक़्त