Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_94098b9175aa8a723665f226211ebcde, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
मुझ से चुनाँ-चुनीं न करो मैं नशे मैं हूँ - अब्दुल हमीद अदम कविता - Darsaal

मुझ से चुनाँ-चुनीं न करो मैं नशे मैं हूँ

मुझ से चुनाँ-चुनीं न करो मैं नशे मैं हूँ

मैं जो कहूँ नहीं न करो मैं नशे में हूँ

इंसाँ नशे में हो तो वो छुपता नहीं कभी

हर-चंद तुम यक़ीं न करो मैं नशे में हूँ

ये वक़्त है फ़राख़-दिली के सुलूक का

तंग अपनी आस्तीं न करो मैं नशे में हूँ

बे-इख़्तियार चूम न लूँ मैं कहीं इन्हें

आँखों को ख़शमगीं न करो मैं नशे में हूँ

हर-चंद मेरे हक़ में है ये रहमत-ए-ख़ुदा

आँचल मिरे क़रीं न करो मैं नशे में हूँ

नश्शे में सुर्ख़ रंग तही-अज़-ख़तर नहीं?

होंटों को अहमरीं न करो मैं नशे में हूँ

देखो मैं कह रहा हूँ तुम्हें पय-ब-पय 'अदम'

मुझ को बहुत हज़ीं न करो मैं नशे में हूँ

(1247) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun In Hindi By Famous Poet Abdul Hamid Adam. Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun is written by Abdul Hamid Adam. Complete Poem Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun in Hindi by Abdul Hamid Adam. Download free Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun Poem for Youth in PDF. Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun is a Poem on Inspiration for young students. Share Mujhse Chunan-chunin Na Karo Main Nashe Main Hun with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.