ज़ुल्मतों को शराब-ख़ाने से
ज़ुल्मतों को शराब-ख़ाने से
धन की ख़ैरात होती जाती है
साग़रों के बुलंद होने से
चाँदनी रात होती जाती है
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ज़ुल्मतों को शराब-ख़ाने से
धन की ख़ैरात होती जाती है
साग़रों के बुलंद होने से
चाँदनी रात होती जाती है
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