Heart Broken Poetry of Abdul Hafiz Naeemi

Heart Broken Poetry of Abdul Hafiz Naeemi
नामअब्दुल हफ़ीज़ नईमी
अंग्रेज़ी नामAbdul Hafiz Naeemi
जन्म की तारीख1911

ये हाथ राख में ख़्वाबों की डालते तो हो

सदा किसे दें 'नईमी' किसे दिखाएँ ज़ख़्म

मिरे ख़्वाबों की चिकनी सीढ़ियों पर

खड़ा हुआ हूँ सर-ए-राह मुंतज़िर कब से

इस तिलिस्म-ए-रोज़-ओ-शब से तो कभी निकलो ज़रा

होंकते दश्त में इक ग़म का समुंदर देखो

हर इंसाँ अपने होने की सज़ा है

ग़ुबार-ए-दर्द से सारा बदन अटा निकला

गर्द-ए-फ़िराक़ ग़ाज़ा कश-ए-आइना न हो

दुआ को हाथ मिरा जब कभी उठा होगा

बहार बन के ख़िज़ाँ को न यूँ दिलासा दे

अब्दुल हफ़ीज़ नईमी Heart Broken Poetry in Hindi - Read famous Heart Broken Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by अब्दुल हफ़ीज़ नईमी. Largest collection of Heart Broken Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by अब्दुल हफ़ीज़ नईमी. Share the अब्दुल हफ़ीज़ नईमी Heart Broken Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.