आरज़ू
मेरी एक ख़्वाहिश है
कोई एक नुक़्ता हो
जो वजूद की सारी
सरहदों से बाहर हो
जिस पे जा के मैं अपना
एक जाएज़ा ले लूँ
अपने-आप से हट कर
अपने-आप को देखूँ
मेरी एक ख़्वाहिश है!
(1235) Peoples Rate This
मेरी एक ख़्वाहिश है
कोई एक नुक़्ता हो
जो वजूद की सारी
सरहदों से बाहर हो
जिस पे जा के मैं अपना
एक जाएज़ा ले लूँ
अपने-आप से हट कर
अपने-आप को देखूँ
मेरी एक ख़्वाहिश है!
(1235) Peoples Rate This