Sad Poetry of Abbas Dana
नाम | अब्बास दाना |
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अंग्रेज़ी नाम | Abbas Dana |
उस से पूछो अज़ाब रस्तों का
ये बात सच है कि तेरा मकान ऊँचा है
वही दर्द है वही बेबसी तिरे गाँव में मिरे शहर में
वफ़ादारी पे दे दी जान ग़द्दारी नहीं आई
उस की वफ़ा न मेरी वफ़ा का सवाल था
नाम ख़ुश्बू था सरापा भी ग़ज़ल जैसा था
मौत ने मुस्कुरा के पूछा है
कोई सुबूत-ए-जुर्म जगह पर नहीं मिला
जो हैं मज़लूम उन को तो तड़पता छोड़ देते हैं
दिल लगाया है तो नफ़रत भी नहीं कर सकते
अपने ही ख़ून से इस तरह अदावत मत कर