उन को मैं ने अपना कहा है

उन को मैं ने अपना कहा है

इतनी ही बस अपनी ख़ता है

राही हैराँ देख रहा है

रहज़न ही अब राह-नुमा है

ये दिल उन से जब से लगा है

उन के सिवा सब भूल गया है

उस जीने से बाज़ हम आए

जीना क्या है एक सज़ा है

लब खुलते ही फूल हैं झड़ते

कितनी प्यारी उन की अदा है

(1365) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Un Ko Maine Apna Kaha Hai In Hindi By Famous Poet Aasi Ramnagri. Un Ko Maine Apna Kaha Hai is written by Aasi Ramnagri. Complete Poem Un Ko Maine Apna Kaha Hai in Hindi by Aasi Ramnagri. Download free Un Ko Maine Apna Kaha Hai Poem for Youth in PDF. Un Ko Maine Apna Kaha Hai is a Poem on Inspiration for young students. Share Un Ko Maine Apna Kaha Hai with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.