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नजात - आशुफ़्ता चंगेज़ी कविता - Darsaal

नजात

नुज़ूल-ए-इताब की घड़ी

नज़दीक है……

दरबारी कुत्ते!

रू-पोश बाग़ियों की तलाश में

ज़मीनें सूँघते फिर रहे हैं

सरबराहों की क़ुव्वत-ए-फ़ैसला जवाब दे चुकी है

उन के मफ़्लूज हाथ

दरबारियों के रचाए षड़यंत्रों पर

क्यूँ दस्तख़त करने की मशीनें हैं

उन की ज़बानें सिर्फ़ धमकियाँ बोलती हैं

उन के अना-परस्त कान

गिड़गिढ़ाहटें सुनने के आदी हो चुके हैं

मुशीरों और सलाह-कारों का दावा है

कि वो जल्द ही सरबराहों को

दस्त-ख़तों की ज़हमत से भी नजात दिलाने का रास्ता ढूँड निकालेंगे!

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Najat In Hindi By Famous Poet Aashufta Changezi. Najat is written by Aashufta Changezi. Complete Poem Najat in Hindi by Aashufta Changezi. Download free Najat Poem for Youth in PDF. Najat is a Poem on Inspiration for young students. Share Najat with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.