आनन्द सरूप अंजुम कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का आनन्द सरूप अंजुम
नाम | आनन्द सरूप अंजुम |
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अंग्रेज़ी नाम | Aanand Saroop Anjum |
उस के चेहरे पे तबस्सुम की ज़िया आएगी
नए ज़माने के नित-नए हादसात लिखना
मैं डर रहा हूँ हर इक इम्तिहान से पहले
लहू लहू आरज़ू बदन का लिहाफ़ होगा
कुछ भी नहीं है पास तुम्हारी दुआ तो है
हो गए आँगन जुदा और रास्ते भी बट गए
हवा चली है न पत्ता कोई हिला अब तक
हर शय आनी-जानी है
हर दुआ होगी बे-असर न समझ
आज़माइश में कटी कुछ इम्तिहानों में रही