Heart Broken Poetry of Aal-e-Raza Raza

Heart Broken Poetry of Aal-e-Raza Raza
नामआले रज़ा रज़ा
अंग्रेज़ी नामAal-e-Raza Raza
जन्म की तारीख1906
मौत की तिथि1978

उन के सितम भी कह नहीं सकते किसी से हम

समझ तो ये कि न समझे ख़ुद अपना रंग-ए-जुनूँ

क़िस्मत में ख़ुशी जितनी थी हुई और ग़म भी है जितना होना है

हम ने बे-इंतिहा वफ़ा कर के

बंदिशें इश्क़ में दुनिया से निराली देखें

यही अच्छा है जो इस तरह मिटाए कोई

उन के सितम भी कह नहीं सकते किसी से हम

क़िस्मत में ख़ुशी जितनी थी हुई और ग़म भी है जितना होना है

मायूस ख़ुद-ब-ख़ुद दिल-ए-उम्मीद-वार है

हुस्न की फ़ितरत में दिल-आज़ारियाँ

हमीं ने उन की तरफ़ से मना लिया दिल को

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