Friendship Poetry of Aal-e-Ahmad Suroor
नाम | आल-ए-अहमद सूरूर |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Aal-e-Ahmad Suroor |
जन्म की तारीख | 1911 |
मौत की तिथि | 2002 |
आती है धार उन के करम से शुऊर में
टीपू की आवाज़
ज़ंजीर से जुनूँ की ख़लिश कम न हो सकी
सियाह रात की सब आज़माइशें मंज़ूर
सफ़र तवील सही हासिल-ए-सफ़र क्या था
लोग तन्हाई का किस दर्जा गिला करते हैं
ख़्वाबों से यूँ तो रोज़ बहलते रहे हैं हम
जिस ने किए हैं फूल निछावर कभी कभी
हम न इस टोली में थे यारो न उस टोली में थे
हमें तो मय-कदे का ये निज़ाम अच्छा नहीं लगता
दास्तान-ए-शौक़ कितनी बार दोहराई गई
आज से पहले तिरे मस्तों की ये ख़्वारी न थी